पुरुषों का दर्द कौन समझे ?

मैं जैसे ही ऑफिस में लंच के लिए बैठा तो फोन रनकने लगा ! देखा तो, ” बॉस का कॉल “। अरे, उसे कॉल क्यो कहु ? आफ़त की पुड़िया कहु तो ही बेहतर होगा । सुबह में कॉलेज और घर की भागमदौड़ी के बिच आज फिर ऑफिस में लेट हो गया । चलो लेट…

” अहम “

देखो..! ” हम ” में भी तब ” अहम ” आ गया था और..फिर..न जाने कब से ? दोनो ” हम ” से मैं ” और ” तुम ” बन गए थे !! #M@n6i Mangi (शब्दो का मायाजाल ) #love #haters #ego #fights #crying #पर #mangi #m@n6i #माँगी @writer_mangi http://mangi4444.blogspot.com/2018/05/blog-post_24.html

” आधे हम, अधूरे हमारे ख्वाब “

मैं मजनूँ – तू लैला.. – 🙂 बात अब तो दिल की जुबां पर आने से रह गयी, आधे थे – हम, अधूरे थे – हमारे ख्वाब.. तेरे बिन जिन्दरी आधी-अधूरी किस्सा बनकर ही रह गयी !! M@n6i http://mangi4444.blogspot.com/2018/05/blog-post.html Mangi ( शब्दो का मायाजाल ) #words #लफ्ज #शब्द #लेखक #writerslife #lovers #hatersgonnahate #माँगी #mangi #m@n6i…

कैसी दी है ? रब तूने आज हो दुआई..✍

कैसी दी है ? रब तूने हो आज दुआई, कर दी तुझे पीर-पराई चौखट से हो मेरे !! हथेली पर मेरी लाडो-प्यारी लड़ी बढ़ी ! फूलों की पंखुड़ी हो मेरी…. बंध गयी हो – बन्धन में बंध गयी हो सात फेलो की माला में, कैसा यह पल आज बनके बौनी घड़ी में हो समाया रश्म…

एक आखिरी खत Selfish के नाम..✍

Selfish अब बस बहुत हुआ, इंतजार की भी कोई हद होती है, बस अब ओर नही.. मुझे भी गुस्सा आता है ! यार मेरा भी दिल है और मुझे भी hurt होता है पर तुम्हे मेरी feeling की कोई परवाह नही ! पता है तुम्हे.. जब तुम Whattshapp पर Online होती हो और मैं तुम्हे…

” जुनून अब ” माँगी ” का तप रहा..✍

http://mangi4444.blogspot.com/2018/02/blog-post_11.html जुनून अब ” माँगी ” का तप रहा सीने में आग बनके धड़क रहा ! बुझा चिराग हवाओ के जोरे में पर लावा बनके राख हुही गर्म फिर से !! . जान लगा दु या जाने दु पर हर वार कसूर हवा पर न थोपु ! एक दिन बनु के वास्ते हर दिन कुछ…

मैं अगर इस देश का प्रधान होता तो..✍

http://mangi4444.blogspot.com/2018/02/blog-post.html मैं अगर इस देश का प्रधान होता तो बलात्कारियों के लिए सिर्फ एक ही प्रावधान रखता ! बलात्कार करने वालो को शहर/गाँव/ढाणी के बीच चौराहे पर जिंदा लटकाकर उनके शरीर का एक-एक अंग (एक किडनी, एक आंख, एक कान, एक बोतल खून) लेकर जरूरतमंद लोगों की आर्थिक मदद करता इससे दो फायदे होते.. (1)….

चलन

उसकी नजरो की सरकार में मेरे प्यार के सिक्कों का चलन ” ना ” बनकर रह गया ! जैसे.. सरकार की नजर में अठन्नी का चलन चवन्नी बनकर ” ना ” होकर रह गया !! #M@n6i #lovequotes #प्यार #crystals #लफ्ज #words #शब्द #mangi #माँगी #government #coin #ben

तेरे इश्क़ बिन – मेरा खुदा हो मुझसे रुठा

ऐ जग है झूठा ! तेरे इश्क़ बिन मेरा खुदा हो मुझसे रूठा, छोड़ चला मैं अब यह संसारा.. हुआ दीवाना मैं कबीराना का !! न रफू होवे अब यह तरार फहमी की ! टूटकर चाहा तेरी चाहत में- बिखरा मैं काच की तरहा, तिनका तिनका जोड़ कर आंधियो में बिखरा झोपड़ा मेरे दिल का…..

टूटे दिल का मिझाज

धोखे से झोंकी जो धूल.. फरेबी आंखों में अब अपनो के गुल दिखने लगे !! अंसाया साथ एक रात का था.. दिल का भंवर हर-पल गुनगुनाता रहा उसी फूल पर !! . धीरे-धीरे मिझाजी दिल का नजरिया बदलने लगा ! सर्द हवा फिर लौट आयी.. गुस्ताखी होती तो माफी होती पर उसकी दी चोट दिल…